दीर्घ स्वर संधि की पहचान
संधिस्त
पद के वर्ण विच्छेद
में आ, ई, ऊ प्राप्त होंगे इनको पुनः मूल रुप में बदलने पर जो दो वर्ण प्राप्त होंगे
जिनमें से एक वर्ण
प्रथम पद के अंत
में जुड़कर प्रथम पद को पूर्ण
कर देगा और दूसरा
वर्ण द्वितीय पद के प्रारम्भ में जुड़कर दूसरे
पद को पूर्ण कर
देगा।
संधिस्त
पद के वर्ण विच्छेद
में ए, ओ, अर्
प्राप्त होंगे
इनको पुनः मूल रुप में बदलने पर जो दो वर्ण प्राप्त होंगे
जिनमें से एक वर्ण
प्रथम पद के अंत
में जुड़कर प्रथम पद को पूर्ण
कर देगा और दूसरा
वर्ण द्वितीय पद के प्रारम्भ में जुड़कर दूसरे
पद को पूर्ण कर
देगा।
वृद्धि स्वर संधि की पहचान
संधिस्त पद के वर्ण विच्छेद में ऐ, औ प्राप्त होंगे इनको पुनः मूल रुप में बदलने पर जो दो वर्ण प्राप्त होंगे जिनमें से एक वर्ण प्रथम पद के अंत में जुड़कर प्रथम पद को पूर्ण कर देगा और दूसरा वर्ण द्वितीय पद के प्रारम्भ में जुड़कर दूसरे पद को पूर्ण कर देगा।
यण स्वर
संधि की पहचान
संधिस्त पद के वर्ण विच्छेद में य् व् र् प्राप्त होंगे इनको पुनः मूल रुप में बदलने पर जो वर्ण प्राप्त होगा वह वर्ण प्रथम पद के अंत में जुड़कर प्रथम पद को पूर्ण कर देगा ।
अयादि स्वर संधि की पहचान
संधिस्त पद के वर्ण विच्छेद में अय् आय् अव् आव् प्राप्त होंगे इनको पुनः मूल रुप में बदलने पर जो वर्ण प्राप्त होगा वह वर्ण प्रथम पद के अंत में जुड़कर प्रथम पद को पूर्ण कर देगा ।
सम्पूर्ण व्याख्या सहित विडियो देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें-
प्रथम विडियो- https://youtu.be/pQmavzjH-e4
द्वितीय विडियो- https://youtu.be/X4_OLb6e1Sg