13 April, 2021

adhikaran tatpurush samas in hindi / अधिकरण तत्पुरुष समास हिंदी व्याकरण

 परिभाषाः-

अधिकरण तत्पुरुष समास में अधिकरण कारक का विभक्ति चिह्नमें/परका लोप होता है तथा समास विग्रह करने पर अधिकरण कारक का विभक्ति चिह्न वापस जोड़ दिया जाता है।

ग्रामवास = ग्राम में वास

लोकप्रिय = लोक में प्रिय

शोकमग्न = शोक में मग्न

जलमग्न = जल में मग्न

शरणागत = शरण में आगत

दानवीर = दान देने में वीर

दीनदयाल = दीनों पर दयाल

धर्मरत = धर्म में रत

कार्यरत = कार्य में रत

वाक्पटु = वाक् में पटु

वाग्वीर = वाक् में वीर

वाक्चातुर्य = वाक् में चातुर्य

मध्यांतर = मध्य में अंतर

रणवीर = रण में वीर

पराश्रित = पर पर आश्रित

धर्मप्रवृत = धर्म में प्रवृत

देशाटन = देश में अटन

तीर्थाटन = तीर्थ में अटन

स्वर्गवास = स्वर्ग में वास


सम्पूर्ण व्याख्या सहित विडियो देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें-

https://youtu.be/xuvdgCvxgrE


आत्मविश्वास= आत्म पर विश्वास

आनन्दमग्न = आनन्द में मग्न

आचारनिपुण = आचार में निपुण

आत्मनिर्भर = आत्म पर निर्भर

मुनिश्रेष्ठ = मुनियों में श्रेष्ठ

कलाश्रेष्ठ = कला में श्रेष्ठ

नीतिकुशल = नीति में कुशल

कलाकुशल = कला में कुशल

कलानिपुण = कला में निपुण

काव्यनिपुण = काव्य में निपुण

कार्यकुशल = कार्य में कुशल

कर्माधीन = कर्म पर आधीन

कर्मनिष्ठ  = कर्म में निष्ठ

ध्यानमग्न = ध्यान में मग्न

नराधम = नरों में अधम

नरश्रेष्ठ = नरों में श्रेष्ठ

पुरुषोत्तम = पुरुषों में उत्तम

नरोत्तम = नरों में उत्तम

सर्वोत्तम = सर्व में उत्तम


सम्पूर्ण व्याख्या सहित विडियो देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें-

https://youtu.be/xuvdgCvxgrE

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