नियम 9
यदि विसर्ग के पहले इ या उ हो और विसर्ग का मेल र से हो तो विसर्ग का लोप होकर प्रथम पद के इ/उ दीर्घ स्वर में बदल जाते है।
इ/उ + : + र = (इ/उ का दीर्घ स्वर ) लोप + यथावत
नियम 9 के उदाहरण
नि: + रोग = नीरोग,
नि: + रस = नीरस,
नि: + रन्ध्र = नीरंध्र,
नि: + रव = नीरव,
दु: + राज = दूराज
नियम 10
विसर्ग के पहले यदि अ हो और विसर्ग के बाद अ को छोड़कर कोई भिन्न स्वर हो तो विसर्ग का लोप हो जाता है।
अ + : + कोई स्वर (अ x) = लोप + यथावत
नियम 10 के उदाहरण
अत: + एव = अतएव,
तत: + एव = ततएव,
यश: + इच्छा = यशइच्छा
विसर्ग के पहले यदि अ हो और विसर्ग के बाद क, ख या प, फ हो तो विसर्ग, विसर्ग में ही बदलता है। (विसर्ग में कोई विकार या परिवर्तन नही होता है।)
अ : + क/ख/प/फ = : + यथावत
नियम 11 के उदाहरण
प्रातः + काल = प्रातःकाल,
मनः + कामना = मनःकामना
यशः + कामना = यशःकामना
अंतः + करण = अंतःकरण
रजः + कण = रजःकण
अंतः + पुर = अंतःपुर,
अधः +पतन = अधःपतन,
पयः + पान = पयःपान,