30 April, 2021

vyanjan sandhi in hindi rule-3, 4 / व्यंजन संधि नियम- 3,4 हिंदी व्याकरण

 नियम 3

यदि म् का मेल क् से म् तक किसी व्यजंन से होने पर म् सामने वाले वर्ण के पंचम वर्ण या अनुस्वार (अं) में बदल जाता है लेकिन म् का मेल म् से होने पर अनुस्वार नही बनता केवल म्म बन जाता है। दूसरे पद का प्रथम वर्ण यथावत रहता है।

म् + क् से म् = V/º + यथावत



नियम
3 के  उदाहरण


अहम् + कार = अहङ्कार/अहंकार,

अलम् + कार = अलङ्कार/अलंकार,

अलम् करण = अलङ्करण/अलंकरण, 

अलम् कृति = अलङ्कृति/अलंकृति,

सम् + बोधन =  सम्बोधन/संबोधन,

सम् + तोष = सन्तोष/संतोष,



सम्
+
चय = सञ्चय/संचय,

सम् + भव =  सम्भव/संभव,

सम् + कलन = सङ्कलन /संकलन,

सम् + बंध = सम्बंध/ संबंध,

सम् + न्यासी = सन्न्यासी /संन्यासी,


सम्
+
मान = सम्मान

सम् + मति = सम्मति (म् का पंचम वर्ण म् ही होता है।) आदि।


नियम 4

यदि म् का मेल य् र् ल् व् श् ष् स् ह् से होने पर म् - अनुस्वार (अं) में बदल जाता है। दूसरे पद का प्रथम वर्ण यथावत रहता है।

म् + य् र् ल् व् श् ष् स् ह् = अं + यथावत



नियम
4 के  उदाहरण


सम्
+
योग = संयोग,

सम् + रचना = संरचना,

सम् + हार = संहार,

सम् + रक्षण = संरक्षण,



सम्
 + 
वाद = संवाद,

सम् + लग्न = संलग्न,

सम् + वत् = संवत्,

सम् + सार = संसार,

सम् + विधान = संविधान,

सम् + शय = संशय,

सम् + यम =  संयम, आदि।


सम्पूर्ण व्याख्या सहित विडियो देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें-

 https://youtu.be/CnBKIlKc5IQ

Popular